जमात-उद-दावा पर प्रतिबंध एक महत्वपूर्ण कदम: भारतीय सेना

शनिवार, 24 जनवरी 2015 (15:25 IST)
श्रीनगर। भारतीय सेना ने शनिवार को कहा कि हाफिज सईद की अगुवाई वाले जमात-उद-दावा पर पाकिस्तान द्वारा प्रतिबंध की घोषणा अच्छा कदम हैं लेकिन इन कदमों के प्रभाव का मूल्यांकन धरातल पर करने की जरूरत है।
 
श्रीनगर स्थित 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘यह महत्वपूर्ण कदम है। हम नजर रख रहे हैं और इंतजार कर रहे हैं कि जमात-उद-दावा पर प्रतिबंध जमीनी स्तर पर कैसा साबित होता है।’
 
उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा के मद्देनजर सभी (नापाक: मंसूबों) को विफल करने के लिए पर्याप्त एहतियात किया जा रहा है।’ लेफ्टिनेंट जनरल साहा ने कहा कि पिछले साल आतंकवादियों के विरूद्ध सभी सुरक्षाबलों की अच्छी सफलताएं रहीं।
 
उन्होंने कहा, ‘हमारे आकलन के हिसाब से (नियंत्रण रेखा के उस पार) विभिन्न ठिकाने पर 150-160 आतंकवादी (घाटी में) घुसपैठ की फिराक में हैं। ऐसे करीब 17 ठिकाने हैं।’ अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यात्रा से पहले और उस दौरान किसी भी आतंकवादी हमले को नाकाम करने के लिए घाटी विशेषकर ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। ओबामा कल रविवार को सुबह 11 बजे नई दिल्ली आ रहे हैं।
 
शांतिपूर्ण ढंग से गणतंत्र दिवस समारोह के संचालन एवं ओबामा की भारत यात्रा के दौरान घाटी को आतंकी घटना से मुक्त रखने के लिए सभी संवेदनशील प्रतिष्ठानों और उसके इर्द-गिर्द बड़ी संख्या में पुलिसबल अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं। श्रीनगर और घाटी के सभी बड़े शहरों में आने जाने के रास्तों पर विशेष सुरक्षा जांच चौकियां बनायी गयी हैं। पैदलयात्रियों एवं वाहनों की जांच एवं पूछताछ की जा रही है।
 
इसके अलावा घाटी में गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह स्थल बख्शी स्टेडियम और उसके आसपास अचूक निशानेबाज तैनात किए जा रहे हैं। हुर्रियत समेत करीब करीब सभी अलगाववादियों ने कश्मीर मुद्दे के शीघ्र समाधान के लिए 26 जनवरी को काला दिवस मनाने का आह्वान किया है।
 
अल उमर मुजाहिदीन के प्रमुख मुश्ताक अहमद जरगर उर्फ लतराम ने भी हड़ताल का आह्वान किया है। वह उन तीन आतंकवादियों में एक है जिन्हें 1999 में अपहृत किए गए भारतीय विमान के यात्रियों को मुक्त करने के बदले रिहा किया गया था। (भाषा)

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