वह 2007 में न्यायिक संकट के दौरान सुप्रीम कोर्ट के कार्यकारी प्रधान न्यायाधीश थे। जब 2005 और 2006 में प्रधान न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी विदेश के दौरों पर गए थे तब भी भगवानदास ने उनकी जगह प्रधान न्यायाधीश का कार्यभार संभाला था। वह फरवरी 2000 से सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश थे।