राजा मस्वाती तृतीय वर्षों से स्वाजीलैंड को 'इस्वातिनी' कहते आ रहे थे। साल 2017 में संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करते हुए और साल 2014 में देश के संसद के उद्घाटन के वक्त भी उन्होंने इस नाम का इस्तेमाल किया था। देश का नाम बदले जाने से हालांकि वहां के कुछ लोग नाराज हैं।