उन्होंने बताया कि हमले के बाद दोनों हमलावर एक वाहन में सवार होकर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने हमलावरों की तलाश के लिए व्यापक अभियान शुरू किया है। सड़क पर अवरोधक लगाए गए हैं और एक हेलीकॉप्टर भी तैनात किया गया है। इसराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने गुरुवार देर रात वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद कहा कि हम आतंकवादियों और उनके सहयोगियों को पकड़ लेंगे। उन्हें इस हमले की कीमत चुकानी होगी।
गौरतलब है कि यरुशलम के संवेदनशील धार्मिक स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में और उसके आसपास हाल ही में फिलीस्तीनियों के साथ इसराइल पुलिस की झड़प के बाद इसराइल-फिलीस्तीन के बीच तनाव बढ़ गया है। अल-अक्सा मस्जिद को इस्लाम का तीसरा सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। यह यहूदियों का सबसे पवित्र स्थल भी है जिसे समुदाय के लोग 'टेंपल माउंट' कहकर पुकारते हैं। यह मस्जिद लंबे समय से इसराइल-फिलीस्तीन के बीच विवाद का केंद्र रही है।
इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिकी अधिकारी इलाद में हुए हमले की कड़ी निंदा करते हैं। ब्लिंकन ने एक बयान जारी कर कहा कि यह मासूम महिलाओं और पुरुषों को निशाना बनाकर किया गया एक भयावह हमला है और काफी जघन्य भी है, क्योंकि यह ऐसे समय में किया गया है, जब इसराइल अपना स्वतंत्रता दिवस मना रहा था। उन्होंने कहा कि हम अपने इसराइली दोस्तों और साझेदारों के संपर्क में हैं। हम उनके साथ एकजुटता से खड़े हैं।