टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक अब्दुल बासित ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान अंतराष्ट्रीय कानून मानने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि वह यह बात सिर्फ कोर्ट के अस्थाई आदेश के संदर्भ में कह रहे हैं जिसके मुताबिक जाधव की फांसी पर रोक लगाई गई है, इसका केस के मेरिट पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने कहा, 'कोर्ट ने काउंसलर ऐक्सेस को लेकर कुछ ऐसा नहीं कहा है जिसे अंतिम माना जाए। इन सभी बातों का फैसला कोर्ट के आखिरी आदेश में होगा।'
इससे पहले शनिवार को पाकिस्तान के गृहमंत्री ने इस मसले पर बगावती बयान दिया था। गृहमंत्री निसार चौधरी ने कहा था कि जाधव को पाकिस्तान के कानून से हिसाब सजा सुनाई गई है और पाकिस्तान अपने कानून के हिसाब से ही आगे काम करेगा। उन्होंने कहा था कि जाधव एक भारतीय जासूस है जो पाकिस्तान के खिलाफ संगीन अपराधों में शामिल था। इतना ही नहीं चौधरी ने कहा, अगर जाधव को सही वक्त पर गिरफ्तार नहीं किया जाता तो वो पाकिस्तान को दहला सकता था। (एजेंसी)