नेपाली प्रशासन ने मयाग्दी जिले के इस गांव में रह रहे हजारों ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के लिए कहा है। शनिवार रात हुए भूस्खलन के बाद भारी मात्रा में मलबा काली गंडकी नदी में गिर गया है जिसके कारण नदी का प्रवाह रुक गया है और अगर पानी को बहने का स्थान नहीं मिला तो पानी का तेज बहाव तटबंध को तोड़ता हुआ आस-पास के इलाकों में घुस सकता है साथ ही नेपाल से लगे भारतीय क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा पैदा कर सकता है।
गृह मंत्रालय के अधिकारी लक्ष्मी प्रसाद धाकल ने कहा कि हमने रबात, स्यांगजा, गुलमी, पल्पा, नवापरासी और चितवान जिले के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के लिए कहा है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सेना तथा पुलिस जवानों को इन क्षेत्रों की ओर रवाना कर दिया गया है।