अमेरिका में अब नहीं बनेंगे क्लस्टर बम

शुक्रवार, 2 सितम्बर 2016 (12:02 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिका के 'क्लस्टर बमों' के अंतिम निर्माता इन विवादास्पद हथियारों का उत्पादन बंद कर देंगे। नागरिकों को मार डालने या अपंग बना देने की क्षमता रखने वाले इन हथियारों को अधिकतर सरकारों ने प्रतिबंधित किया हुआ है।
 
क्लस्टर बम एक ऐसा बम है जिसमें से छोटे-छोटे बम निकलकर एक बड़े क्षेत्र में फैल जाते हैं। इनमें से कई बम तो कई साल या दशकों तक नहीं फटते। इस कारण ये नागरिकों के लिए बड़ा खतरा बन जाते हैं।
 
मंगलवार को जारी एक घोषणा में रहोड द्वीप स्थित एयरोस्पेस कंपनी टेक्सट्रॉन ने कहा कि वह गिरती बिक्री की वजह से अब 'सेंसर फ्यूज्ड वेपन' नहीं बनाएगा। यह क्लस्टर बम का व्यापारिक नाम है।
 
टेक्सट्रॉन के प्रवक्ता डेविड सिल्वेस्टर ने गुरुवार को एएफपी को दिए एक बयान में कहा कि यह बम एक कुशल, हवा से जमीन पर फेंके जाने वाले विश्वसनीय हथियार हैं, जो अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की नीति एवं मौजूदा कानून के अनुरूप है। 
 
सिल्वेस्टर ने कहा कि इन उत्पादों के ऑर्डर में गिरावट देखते हुए हमने अपने कारोबार का फोकस बदलने का फैसला किया है ताकि हम अपने ग्राहकों की भविष्य की जरूरतें पूरी कर सकें। कंपनी की ओर से पूर्व में जारी एक घोषणा में कहा गया कि इस बदलाव के कारण कई रोजगारों में कटौती होगी।
 
सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन को दिए गए एक अभ्यावेदन में कहा गया कि 'मौजूदा राजनीतिक माहौल' के कारण विदेशी बिक्री के लिए अमेरिकी मंजूरी मिलना मुश्किल हो गया है।
 
मई में ओबामा प्रशासन ने सऊदी अरब को की जाने वाली क्लस्टर बम की बिक्री अवरुद्ध कर दी। इन बमों का इस्तेमाल यमन में होना था। ऐसा यमन में मरने वाले नागरिकों की संख्या बढ़ने पर किया गया है। (भाषा)

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