Hamas attack in Israel : इजराइल पर हमास के हमले में अमेरिका को बड़ा झटका लगा है। इस हमले में कम से कम 22 अमेरिकी नागरिकों की मौत हो गई जबकि 17 लोग लापता है। हमास के खिलाफ जंग में अमेरिका इजराइल को सैन्य सहायता भी उपलब्ध करा रहा है।
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सामरिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने कहा कि हम जानते हैं कि, अब तक 22 अमेरिकी अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि 17 के बारे में कोई जानकारी नहीं है। आने वाले दिनों में ये संख्या बढ़ने की आशंका है।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने बताया कि फिलिस्तीन आतंकवादी समूह हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों में और भी अमेरिकी शामिल हो सकते हैं। बंधकों को छुड़ाने के लिए अमेरिका इसराइल के साथ बातचीत कर रहा है।
उन्होंने का कि आज हमें इस बात का थोड़ा बेहतर अंदाजा है कि कितने और अमेरिकी लापता हैं। हम जानते हैं कि उनमें से कई अमेरिकियों को हमास ने अभी बंधक बनाया हुआ है। मुझे लगता है कि हम सभी को इसके लिए खुद को मजबूत करने की जरूरत है कि ये संख्या और बढ़ सकती है।
किर्बी ने कहा कि निःसंदेह इजराइल के पास बंधकों को छुड़ाने की खुद की क्षमता है। हमारे पास बहुत सारी जानकारी भी है और हम उसे इजराइली रक्षा बलों के साथ साझा करने की पेशकश कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी साफ कर चुके हैं कि अमेरिका इस जंग में इसराइल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। इधर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप हमास के इसराइल पर हमले को अमेरिका की कमजोर नीति का परिणाम बता चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि इसराइल पर हमास के अप्रत्याशित हमले में 1,200 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। इसके बाद इसराइल ने भी गाजा पर हवाई हमला करके इसका जवाब दिया है। इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट कहा कि हम हमास को जड़ से खत्म कर देंगे।