रोहिंग्या विद्रोहियों पर अगस्त में सेना की कड़ी कार्रवाई के बाद उत्तरी रखाइन प्रांत में मुस्लिम आबादी लगभग नाममात्र रह गई है। 6,65,500 से अधिक शरणार्थी सीमा पार कर बांग्लादेश जा चुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और मानवाधिकार समूहों ने म्यांमार पर मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर व्यवस्थित रूप से जातीय सफाई अभियान चलाने का आरोप लगाया है। 'डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स' ने हिंसा के पहले माह में ही कम से कम 6,700 रोहिंग्या लोगों के मारे जाने का एक अनुमान लगाया है।
म्यांमार सेना ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। देर रात सोमवार को सेना प्रमुख ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि मिली जानकारी के बाद अधिकारियों को 'इन डिन गांव के कब्रिस्तान में मिले अज्ञात शव' मिले हैं। बयान में कहा, सुरक्षाबल के किसी भी सदस्य के इसमें संलिप्त होने पर उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। (भाषा)