न्यूयॉर्क के मेलविले में 17 सितंबर को बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर में हुई अपवित्रीकरण की घटना के बाद बुधवार रात को यह घटना हुई। संगठन ने एक बयान में कहा कि नफरत की निंदा के प्रति हम दृढ़ हैं। इस घटना से हमारा दुख और गहरा हो गया है तथा दिल में नफरत रखने वालों सहित सभी के लिए हमारी प्रार्थनाएं और मजबूत हो गई हैं।
इस घटना के बाद मंदिर से संबद्ध लोग प्रार्थना के लिए एकत्रित हुए तथा उन्होंने परम पावन महंत स्वामी महाराज के सद्भाव और सम्मान के आदर्श को याद करते हुए शांति एवं एकता का आह्वान किया। देश में हिन्दू समुदाय के खिलाफ घृणा अपराध और मंदिर में तोड़फोड़ की निरंतर बढ़ती प्रवृत्ति के बीच अमेरिका में एक महीने से भी कम समय में बीएपीएस मंदिर में अपवित्रिकरण की यह दूसरी घटना है।
बेरा ने लिखा कि हम सभी को असहिष्णुता के खिलाफ खड़ा होना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे समुदाय में हर कोई, चाहे वह किसी भी धर्म का हो, सुरक्षित और सम्मानित महसूस करे। कांग्रेस सदस्य रो खन्ना ने 'एक्स' पर कहा कि हिन्दू अमेरिकियों के खिलाफ इस प्रकार की घृणा और तोड़फोड़ भयावह है तथा नैतिक रूप से गलत है। न्याय विभाग को इन घृणा अपराधों की जांच करनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों को कानून के तहत पूरी तरह से जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, सभी मंदिरों को सुरक्षा बढ़ानी चाहिए और उपलब्ध अनुदानों का उपयोग करना चाहिए। हम नफरत के खिलाफ एकजुट हैं और शांति के लिए प्रार्थना करते रहेंगे। बीएपीएस का मुख्यालय गुजरात में है और नॉर्थ अमेरिका में इसके 100 से अधिक मंदिर एवं केंद्र हैं। पिछले साल इसने न्यूजर्सी में अक्षरधाम मंदिर की शुरुआत की, जो भारत के बाहर सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर है। बीएपीएस एक गैर-राजनीतिक संगठन है और राजनीतिक एवं बुद्धिजीवी वर्ग का इसे समर्थन हासिल है।(भाषा)