जर्मन-ईरानी था हमला : गोलीबारी का संभावित एकमात्र हमलावर बंदूकधारी एक 18 वर्षीय जर्मन-ईरानी था जिसके पास दोनों देशों की नागरिकता थी। म्यूनिख पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि घटनास्थल के पास से एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है और उसके हमले में शामिल एकमात्र शूटर होने की संभावना है। घटनास्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर हमलावर का शव बरामद किया गया। उसने घटना को अंजाम देने के बाद खुद को गोली मार ली थी। इससे पहले हमलावर की गोलीबारी में नौ लोग मारे गए और कम से कम दस अन्य घायल हो गए।
रोबोट की मदद से जांच : इस घटना के कारण म्यूनिख में आपातकाल लागू कर दिया गया था और शहर में विशेष सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया था। हमले की जांच में मदद के लिए पुलिस एक रोबोट का सहारा ले रही है। इससे पूर्व पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से इस हमले में तीन लोगों के शामिल होने की संभावना व्यक्त की थी लेकिन प्रवक्ता ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि अब लगता है कि इस हमले के लिए केवल एक व्यक्ति जिम्मेदार था।
ओलांद ने बताया आतंकवादी हमला : फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद ने कहा कि गत सप्ताह उनके देश को निशाना बनाने के बाद म्यूनिख में गोलीबारी 'घृणित आतंकवादी हमला' है, जिसका उद्देश्य जर्मनी में डर पैदा करना है। फ्रांस की दोस्ती और सहयोग उसके साथ है। जर्मनी इससे बाहर निकलेगा। हालांकि म्यूनिख पुलिस ने कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह एक आतंकवादी हमला था। गौरतलब है कि गत सप्ताह फ्रांस के नीस शहर में ट्रक हमले में 80 से ज्यादा लोग मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी।
म्यूनिख के पुलिस प्रमुख हबरटस आंड्रिया ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि गोलीबारी का उद्देश्य स्पष्ट नहीं है। पूर्व की रिपोर्ट के बावजूद घटना में किसी अन्य बंदूकधारी के शामिल होने का भी कोई संकेत नहीं है। आंड्रिया के मुताबिक कुछ बच्चों समेत 16 लोग घायल हैं जिनमें तीन की हालत अत्यंत गंभीर है। (वार्ता)