ने पई ताव। भारत-आसियान के बीच संबंधों में किसी तरह की ‘खींचतान नहीं होने’ का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को आसियान नेताओं से कहा कि भारत में आर्थिक विकास, औद्योगीकरण तथा व्यापार के नए युग की शुरुआत हुई है और वे एक-दूसरे के ‘अहम सहयोगी’ हो सकते हैं।
भारत की 10 देशों के आसियान समूह के साथ संबंधों को मजबूत बनाने की आकांक्षा के बीच मोदी ने कहा कि भारत तथा दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का संगठन (आसियान) क्षेत्र में संतुलन, शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सहयोग को मजबूत बनाने को लेकर गंभीर है।
म्यांमार की राजधानी में 12वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने हिन्दी में दिए अपने भाषण में कहा कि आसियान समुदाय भारत का पड़ोसी है। हमारा प्राचीनकाल से व्यापार, धर्म, संस्कृति, कला तथा पंरपरा के क्षेत्र में संबंध रहा है। हमने पारस्परिक बातचीत के जरिए एक-दूसरे को समृद्ध किया। इससे आधुनिक संबंधों की मजबूत बुनियाद बनी।