अमेरिका में नरेन्द्र मोदी के भव्य स्वागत की तैयारी

रविवार, 14 सितम्बर 2014 (23:54 IST)
वॉशिंगटन। ओबामा प्रशासन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की प्रथम यात्रा के दौरान उन्हें रिझाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इस यात्रा के जरिए रणनीतिक द्विपक्षीय संबंध को अगले स्तर तक ले जाने और आर्थिक एवं व्यापारिक संबंधों में नई संभावना बनने की उम्मीद है।
अमेरिकी प्रशासन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के न्यूयॉर्क से 29 सितंबर को वॉशिंगटन आने पर उनका भव्य स्वागत करने की तैयारी कर रहा है। न्यूयॉर्क में वह संयुक्त राष्ट्र महासभा के सालाना सत्र में शरीक होंगे।
 
मोदी की यात्रा के लिए तैयारियों से जुड़े सूत्रों ने बताया वॉशिंगटन में मोदी और अमेरिकी रष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच दो दिवसीय चर्चा के जरिए रक्षा एवं रणनीतिक मामलों में संबंधों को अगले स्तर तक ले जाने, अंतरिक्ष के क्षेत्र में और आतंकवादरोधी सहयोग तथा आर्थिक एवं व्यापारिक संबंध में नई संभावना बनने की उम्मीद है। 29 सितंबर को ओबामा द्वारा एक छोटा वर्किंग डिनर की मेजबानी किए जाने की संभावना है जो कभी कभार ही आगंतुक विदेशी नेताओं के लिए आयोजित किया जाता है।
 
दोनों नेताओं के बीच 29 सितंबर को होने वाली प्रथम बैठक ओबामा और मोदी को एक दूसरे को जानने में मदद करेगी तथा अगले दिन व्हाइट हाउस में होने वाली बैठक के लिए आधार तैयार करेगा। मोदी की चुनावी जीत के शीघ्र बाद ओबामा ने मोदी को बधाई देने के लिए उन्हें फोन किया और उन्‍हें वॉशिंगटन की यात्रा पर आने का न्योता दिया।
 
इसके बाद दोनों नेताओं ने फोन पर बात नहीं की बल्कि उनके बीच पत्रों का आदान-प्रदान हुआ। ओबामा और मोदी के बीच विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान होने की भी उम्मीद है।
 
मोदी सरकार के द्वारा प्रथम 100 दिनों में उठाए गए कदमों से प्रोत्साहित ओबामा प्रशासन भारत को काफी रणनीतिक अहमियत वाले देश के रूप में देख रहा है और यह समूचे एशिया प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता लाने वाले बल के रूप में काम कर सकता है।
 
अमेरिकी अधिकारियों ने दलील दी कि एक मजबूत और समृद्ध भारत अमेरिका के सर्वश्रेष्ठ हित में है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि मोदी के तहत भारत न सिर्फ दक्षिण एशिया में बल्कि दक्षिण पूर्व एशिया में एक अहम भूमिका निभाएगा। 
 
अधिकारियों ने बताया कि भारत-अमेरिका संबंध को ओबामा और विदेश मंत्री जॉन केरी ने इस साल के शीर्ष चार प्राथमिकताओं में एक के रूप में पहचान की है। केरी और रक्षामंत्री चक हेगल ने नई दिल्ली में मोदी से मुलाकात की थी।
 
मोदी और ओबामा अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को व्यापक बनाने और मजबूत करने के लिए पारस्परिक हित के कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। वे आर्थिक वृद्धि बढ़ाने, सुरक्षा सहयोग मजबूत करने और दोनों देशों तथा विश्व को दीर्घकालीन फायदे पहुंचाने वाली गतिविधियों में सहयोग करने पर चर्चा करेंगे। 
 
वे क्षेत्रीय मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे जिनमें अफगानस्तिान, सीरिया और इराक की मौजूदा स्थिति शामिल है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता कैटलीन हेडन ने बताया कि दो दिन होने वाली बातचीत इस बात का संकेत है कि हम अमेरिका-भारत संबंध को कितनी अहमियत देते हैं। (भाषा) 

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