श्यामन (चीन)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज यहां पहुंचे। विमानतल पर मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। बाद में मोदी बड़ी संख्या में मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों से भी उत्साह के साथ मिले।
अपनी यात्रा के दौरान वह सदस्य देशों के बीच साझेदारी को मजबूत बनाने के एजेंडा के समर्थन के वास्ते समूह के नेताओं के साथ ‘रचनात्मक चर्चा और सकारात्मक नतीजे’’ के प्रति आशान्वित हैं।
अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान मोदी के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ब्रिक्स के अन्य नेताओं के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है।
चीन द्वारा आमंत्रित मिस्र जैसे देशों के नेताओं से भी मोदी की मुलाकात होने की उम्मीद है। चीन ने मिस्र, केन्या, तजाकिस्तान, मेक्सिको और थाईलैंड को सम्मेलन में अतिथि देशों के रूप में आमंत्रित किया है।
प्रधानमंत्री ने इस चीनी शहर के अपने दौरे के मद्देनजर कहा 'मैं गोवा शिखर सम्मेलन के नतीजों के आधार पर आगे बढ़ने को उत्सुक हूं। मैं रचनात्मक चर्चा और सकारात्मक नतीजे के प्रति भी उत्सुक हूं जो चीन की अध्यक्षता में मजबूत ब्रिक्स भागीदारी के एजेंडा का समर्थन करेगा।’
प्रधानमंत्री ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका (ब्रिक्स) सम्मेलन में भाग लेने के लिए उस समय पहुंच रहे है जब कुछ ही दिन पहले भारत और चीन के बीच डोकलाम मुद्दे पर 73 दिनों से जारी गतिरोध समाप्त हुआ है और दोनों देशों ने अपनी सेनाएं डोकलाम से हटाने पर सहमति जताई। मोदी ने ब्रिक्स पर कहा कि उनके पास ब्रिक्स सम्मेलन के इतर नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने का अवसर है।
प्रधानमंत्री ने कहा ‘भारत ब्रिक्स की भूमिका को बहुत महत्व देता है जिसने प्रगति और शांति के लिए अपनी साझेदारी का दूसरा दशक शुरू किया है। विश्व में शांति और सुरक्षा को बनाये रखने तथा वैश्विक चुनौतियों से निपटने में ब्रिक्स की महत्वपूर्ण भूमिका है।’
मोदी ने कहा कि पांच सितम्बर को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मेजबानी में होने वाली ‘ब्रिक्स इमर्जिंग मार्केट एंड डेवलपिंग कंट्री डायलाग’में वह ब्रिक्स के साझेदारों समेत नौ अन्य देशों के नेताओं के साथ बातचीत को लेकर उत्सुक है। उन्होंने कहा कि हम ब्रिक्स बिजनेस परिषद के साथ भी रूबरू होंगे।’ (भाषा)