विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों नेताओं ने दोनों देशों के सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। हालांकि उन्होंने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) मुद्दे का जिक्र नहीं किया। यह हालिया महीनों में दोनों नेताओं की दूसरी मुलाकात है। इससे पहले वे जून में ताशकंद में एससीओ सम्मेलन के दौरान मिले थे।
दोनों नेताओं की मुलाकात एनएसजी में भारत की सदस्यता का चीन द्वारा विरोध, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को लेकर भारत की चिंता, जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में चीन का वीटो और भारत-अमेरिका के बढ़ते रक्षा सहयोग पर चीन की चिंता की पृष्ठभूमि में हुई है।
मोदी वियतनाम के दो दिवसीय दौरे के बाद यहां शनिवार को शाम पहुंचे। इस दौरे में भारत ने वियतनाम के साथ 12 समझौते किए। प्रधानमंत्री ने रविवार को इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मालकॉम टर्नबुल और सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान के साथ भी मुलाकात की। सोमवार को वे ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा में और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मौरिसियो मैक्री से मिलेंगे। (वार्ता)