उल्लेखनीय है कि भारतीय मीडिया के एग्जिट पोल में एक बार फिर से भारी बहुमतों के साथ नरेंद्र मोदी की सरकार बनने को लेकर वहां की मीडिया में हड़कंप मचा हुआ था। पाकिस्तान चाहता था कि इस बार विपक्ष की सरकार बने, लेकिन नरेन्द्र मोदी के सत्ता में लौटने की खबर से पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। एक्जिट पोल के नतीजे के बाद पाक के टीवी चैनलों पर जिस तरह डिबेट चल रही हैं, उससे पड़ोसी देश की घबराहट को साफ पढ़ा जा सकता है।
ऐेसे में अब 23 मई को जब नतीजे आए हैं तो अब वहां के सरकारी महकमे और मीडिया में इसको लेकर चर्चा शुरु हो गई है कि अब पाकिस्तान को क्या करना चाहिए? ऐसे समय जबकि बालाकोट के बाद पाकिस्तान अभी तक हाईअलर्ट पर है। पाकिस्तानी चैनलों के डिबेट में कहा जा रहा है कि जैसा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जम्मू-कश्मीर में धारा 370 और 35-ए हटाने की बात कही है उससे आने वाले समय में कश्मीर के हालात बदलने वाले हैं।
मीडिया चैनल में बहस हो रही है कि क्यों राहुल गांधी फैल हो गए? क्या भारत अब कट्टर हिन्दू राष्ट्र बन जाएगा? यह भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि अब पांच साल के बाद तो किसी भी विपक्ष का फिर से सत्ता में लौटना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि मोदी सभी का राजनीतिक अस्तित्व खत्म कर देगा। पांच साल के बाद तो भारत के लोगों के पास वोट देने के लिए दूसरा ऑप्शन होगा ही नहीं।