एनआईए प्रमुख ने एक साक्षात्कार में कहा, 'ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे पता चल सके कि पठानकोट हमले को करवाने में पाकिस्तान सरकार या पाकिस्तान की सरकारी एजेंसियों ने जैश-ए-मोहम्मद या मसूद अजहर अथवा उसके सहायकों की मदद की थी।'
पाकिस्तान की तरफ से एनआईए टीम के दौरा करने की मंजूरी देने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है।' साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान से अगर मंजूरी नहीं भी मिली तो भी इस मामले में आरोप पत्र दायर किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'हमारे पास मौलाना मसूद अजहर और उसके भाई राउफ अजहर के खिलाफ पर्याप्त और पुख्ता सबूत है तथा इन्हें हम आरोपपत्र में शामिल करेंगे।' (वार्ता)