Killer Nurse: उत्तरी इंग्लैंड (northern England) के एक अस्पताल से एक खौफनाक समाचार सामने आया है। यहां कार्यरत एक नर्स (nurse) ने 7 दुधमुंहों की जान ले ली। यहां काम करने वाले भारतीय मूल के एक बाल चिकित्सक उन लोगों में शामिल हैं जिनकी मदद से ब्रिटिश अदालत ने शुक्रवार को एक नर्स को 7 शिशुओं की हत्या का दोषी ठहराया।
चेस्टर के 'काउंटेस ऑफ चेस्टर' अस्पताल के चिकित्सक रवि जयराम ने कहा कि इस पूर्व नर्स के बारे में यदि उनकी चिंताओं पर ध्यान दिया गया होता और पुलिस को खबर दी गई होती तो कुछ शिशुओं की जान बचाई जा सकती थी। न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार मैनचेस्टर क्राउन अदालत में जूरी ने 33 साल की नर्स लूसी लेटबी (Lucy Letby) को शुक्रवार को 7 नवजात शिशुओं की हत्या करने और 6 अन्य शिशुओं की हत्या की कोशिश करने का दोषी पाया। उसे सोमवार को इसी अदालत में सजा सुनाई जाएगी। जयराम ने फैसले के बाद आईटीवी न्यूज से एक इंटरव्यू में कहा 'मैं वाकई मानता हूं कि 4 या 5 बच्चे, जो आज स्कूल जा रहे होते, (इस दुनिया में) नहीं हैं।'
सीपीएस के अनुसार लूसी लेटबी ने रक्त प्रवाह में हवा पहुंचाने, 'नैसोगैस्ट्रिक ट्यूब' के माध्यम से उनके पेट में हवा और दूध पहुंचाने समेत विभिन्न तरीकों से इन नवजात शिशुओं को जान-बूझकर नुकसान पहुंचाया। सीपीएस का कहना है कि लेटबी का मकसद शिशुओं की जान लेना होता था, लेकिन वह अपने सहकर्मियों को यह विश्वास दिलाती थी कि मौतें प्राकृतिक रूप से हुई हैं।
जॉनसन ने कहा कि उस समय तक लूसी लेटबी 'पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर' हो गई थी और कहा कि 'वह वास्तव में भगवान की भूमिका निभा रही थी।' लूसी लेटबी को 2 बार गिरफ्तार किया गया और रिहा किया गया। 2020 में उसकी तीसरी गिरफ्तारी पर उस पर औपचारिक रूप से आरोप लगाया गया और हिरासत में रखा गया। उसके घर की तलाशी के दौरान पुलिस को अस्पताल के कागजात और एक हस्तलिखित नोट मिला जिस पर लुसी लेटबी ने लिखा था: 'मैं दुष्ट हूं, मैंने यह किया।' लूसी लेटबी ने बाद में यह कहकर नोट को समझाने की कोशिश की कि उसने इसे ट्रिपलेट बच्चों में से 2 की मौत के बाद क्लेरिकल ड्यूटी निभाते हुए यह लिखा था।