नई दिल्ली स्थित थिंक टैंक काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर ने एक अध्ययन में पाया कि भारत में 60 प्रतिशत से अधिक पीएम2.5 घरों और उद्योगों से पैदा होते हैं। इस थिंक टैंक के वायु गुणवत्ता कार्यक्रम की प्रमुख तनुश्री गांगुली ने उद्योगों, ऑटोमोबाइल, जैव ईंधन जलाने और घरेलू ऊर्जा से होने वाले उत्सर्जन को कम करने की दिशा में कदम उठाने का आह्वान किया।