चौहान ने मंगलवार को कहा कि मैं भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय सशस्त्र बल और वहां की मीडिया को संबोधित कर रहा था, पाकिस्तान के हिन्दू समुदाय को नहीं। अगर मेरी किसी टिप्पणी से पाकिस्तान के हिन्दू समुदाय को दुख पहुंचा है तो मैं माफी मांगता हूं।
ट्विटर पर इन टिप्पणियों के लिए उन्हें मानवाधिकार मंत्री शिरीन माजरी, वित्त मंत्री असद उमर, प्रधानमंत्री के विशेष सहायक नईमुल हक, सत्तारूढ़ दल पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) समेत कई दलों और नेताओं की कड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही थी। यही नहीं, माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर भी उनके खिलाफ ‘हैशटैगसैकफैयाजचौहान’से अभियान चलाया गया।
उमर ने कहा कि पाकिस्तान के हिन्दू देश के ताने-बाने का उतना ही अहम हिस्सा हैं जितना मैं। याद रखिए कि पाकिस्तान का झंडा केवल हरा नहीं है, यह सफेद रंग के बिना पूरा नहीं हो सकता जो अल्पसंख्यकों का रंग है।