पाकिस्तान के गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान ने रविवार को बताया कि मौलवी अजीज को सन् 2011 से जो आधिकारिक सुरक्षा दी जा रही थी, वह हटा दी गई है। खान ने कहा कि मौलाना अजीज सरकार की स्वामित्व वाली मस्जिद में माइक्रोफोन का प्रयोग सरकार के ही खिलाफ कर रहे थे और वे मस्जिद के खतिब (नमाज से पूर्व भाषण देने वाला) भी नहीं थे।
उन्होंने कहा कि सरकार मुशर्रफ की नीति का पालन नहीं कर रही और ऐसे तत्वों से उचित रणनीति से निपटा जाएगा। खान ने कहा कि 90 प्रतिशत मदरसों का आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है, इसलिए सभी की आलोचना करना ठीक नहीं है।