संयुक्त राष्ट्र महासभा में शरीफ के भाषण के बाद भारत के स्थायी मिशन में संवाददाता सम्मेलन में विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने कहा, 'हमने अभी-अभी धमकियों और बढ़ती अपरिपक्वता और तथ्यों की अवहेलना से भरा पूरा भाषण सुना।'
उन्होंने वानी का महिमामंडन करने के लिए शरीफ की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान सरकार की ब्लैकमेल करने की रणनीति के आगे नहीं झुकेगा, जो लगता है कि आतंकवाद का इस्तेमाल नीति के तौर पर करने को उत्सुक है।
अकबर ने कहा, 'हमने एक आतंकवादी का महिमामंडन सुना। वानी हिज्बुल का घोषित कमांडर था, जिसे आतंकी समूह के तौर पर जाना जाता है। यह हैरान करने वाली बात है कि एक राष्ट्र का नेता स्व प्रचारित आतंकवादी का इस तरह के मंच पर महिमामंडन कर सकता है। यह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री द्वारा आत्म दोषारोपण है।'