पाक का कर्ज 10 साल में 6,000 अरब पाकिस्तानी रुपए से बढ़कर 30 हजार अरब पाकिस्तानी रुपए तक पहुंच गया है। यह कर्ज पाक के कुल जीडीपी का 91.2 प्रतिशत है। परिणामस्वरूप अमेरिकी डॉलर की कमी हो गई तथा महंगाई आसमान छू रही है तथा यह 1 साल में 11 प्रतिशत हो गई है। पाकिस्तान पर डिफॉल्टर होने का खतरा भी मंडरा रहा है।