उन्होंने बताया कि पांचों अधिकारियों के विरूद्ध आरोप आतंकवादी गुट से संबंध रखने, गदर, षड़यंत्र तथा गोदी के भीतर हथियार लेकर जाने का था।
सईद ने कहा कि नौसैनिक अधिकारियों ने उनके पुत्र को अपने बचाव और निष्पक्ष सुनवाई का मौका नहीं दिया। उन्होंने कहा कि वह सुनवाई शुरू होने की प्रतीक्षा कर रहे थे, इस बीच किसी ने उन्हें बताया कि उनके पुत्र को कराची भेज दिया गया।
कराची जाने पर उन्हें बताया गया कि सुनवाई पूरी हो गई है और सजा सुना दी गई। फांसी की सजा वाले अन्य अधिकारी इरफानुल्लाह, मुहम्मद हम्माद, ए नजीर तथा हाशिम नसीर जेल में है। (वार्ता)