बुग्ती की हत्या के आरोप से बरी परवेज मुशर्रफ

सोमवार, 18 जनवरी 2016 (21:10 IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के क्वेटा की एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ को बलूच राष्ट्रवादी नेता नवाब अकबर खां बुग्ती की हत्या के आरोप से बरी कर दिया।
 
                               
अदालत ने पूर्व प्रांतीय गृहमंत्री मीर शोयब नूरशेरवानी तथा पूर्व संघीय गृहमंत्री आफताब शेरपा को भी बुग्ती हत्याकांड से बरी कर दिया। अदालत ने नवाब अकबर बुग्ती के बड़े बेटे नवाबजादा जमील अकबर बुग्ती की अपने पिता के शव के अवशेष को कब्र से निकालकर उसकी जांच कराने की मांग को भी खारिज कर दिया। यह मांग इसलिए कि गयी थी कि इससे इस बात की पुष्टि हो सके कि शव उनके पिता का ही था।
                              
नवाब बुग्ती ने एक और आवेदन में संसदीय समिति उन सदस्यों को तलब करने की मांग की थी, जिन्होंने 2005 के मार्च के डेरा बुग्ती की हिंसा के बाद नवाब बुग्ती का बयान दर्ज किया था। अदालत ने उनके इस आवेदन को भी खारिज कर दिया। मार्च की हिंसा में दर्जनों लोग मारे गए थे।
 
बलूच नेता नवाब अकबर बुग्ती 26 अगस्त 2006 को बलूचिस्तान के कोहलू जिले के तरातबी के पहाड़ों पर बलूच विद्रोहियों के विरुद्ध सेना की कार्रवाई में मारे गए थे। नवाब बुग्ती के पुत्र नवाबजादा जमील अकबर बुग्ती ने अपने पिता की हत्या के विरुद्ध पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ, पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज, बलूचिस्तान के पूर्व गवर्नर ओवैश अहमद गनी, आफताब अहमद खां शेरपा तथा अन्य लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया था।  नवाब बुग्ती की हत्या का पूरे देश में विरोध हुआ था। (भाषा)

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