कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को भी मिला सम्मान : भारत के लिए यह बहुत बड़े सम्मान की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को भी यह पुरस्कार दिया जा रहा है। हवाई अड्डे को सस्टेनेबल एनर्जी (नवीकरणीय ऊर्जा) की दिशा में आगे बढ़ते हुए उद्यमी दृष्टि दिखाने के लिए पुरस्कार से नवाजा गया है। यह हवाई अड्डा दुनिया को बताने का काम कर रहा है कि हमारे वैश्विक आंदोलन के सतत विस्तार नेटवर्क से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।
2005 में हुई थी शुरुआत : पर्यावरण के सबसे बड़े सम्मान के रूप में दिए जाने वाले इस पुरस्कार को वर्ष 2005 में शुरू किया गया था। यह पुरस्कार पर्यावरण के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों के लिए व्यक्ति और संगठनों को दिया जाता है। वैश्विक पर्यावरण की दृष्टि से लोगों को प्रेरित करने के लिए जो व्यक्ति राजनीतिक नेतृत्व के तहत काम करते हैं, जमीनी कार्रवाई करते हैं या फिर वैज्ञानिक नवाचार के माध्यम से काम करते हैं, वे इस सम्मान को पाने के हकदार होते हैं।
6 लोगों और संस्थाओं को पुरस्कार : इस साल संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से यह सम्मान विभिन्न श्रेणियों में 6 लोगों और संस्थाओं को दिया गया है। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इमैनुअल मैक्रों, जोआन कार्लिंग, चीन का जिनजिआंग ग्रीन रूरल प्रोग्राम, कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और बियोंड मीट एवं इंपोसिबल फूड्स के नाम शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र की ओर से कहा गया है कि ये लोग बेहतर भविष्य के लिए आज को बदल रहे हैं।