PM To Address Indian Diaspora In New York : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय अमेरिका की यात्रा पर हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतियों को संबोधित किया। न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड में प्रवासी भारतीयों को कहा कि मोदी ने एक घंटे 7 मिनट दिए भाषण में कहा कि भारत का 5जी मार्केट अमेरिका से भी बड़ा हो चुका है और ये सिर्फ 2 साल के भीतर हुआ है। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत 'मेड इन इंडिया' 6जी पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत अब रुकने वाला नहीं है, भारत अब थमने वाला नहीं है। भारत चाहता है कि दुनिया में ज्यादा से ज्यादा डिवाइस मेड इन इंडिया चिप पर चले। भाषण की मुख्य बातें-
मेड इन इंडिया चिप दिखेगी : पिछले साल जून में भारत ने सेमी-कंडक्टर सेक्टर के लिए इनसेंटिव घोषित किए थे। इसके कुछ ही महीनों बाद माइक्रोन की पहली सेमी-कंडक्टर यूनिट का शिलान्यास भी हो गया है। अब तक भारत में ऐसी पांच यूनिट्स स्वीकृत हो चुकी हैं। वह दिन दूर नहीं... जब आप मेड इन इंडिया चिप यहां अमेरिका में भी देखेंगे। छोटी सी चिप विकसित भारत की उड़ान को नई ऊंचाई पर ले जाएगी और ये मोदी की गारंटी है।
भारत का 5जी मार्केट अमेरिका से बड़ा : प्रधानमंत्री ने कहा कि अब भारत पीछे नहीं चलता, नई व्यवस्थाएं बनाता है और नेतृत्व करता है। भारत ने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) का नया कॉन्सेप्ट दुनिया को दिया है। आज भारत का 5जी मार्केट अमेरिका से भी बड़ा हो चुका है और यह सिर्फ 2 साल के भीतर हुआ है। अब भारत 'मेड इन इंडिया' 6जी पर काम कर रहा है।
भारत अवसरों की धरती : प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस काम में पहले सालों लग जाते थे वे अब महीनों में खत्म हो रहा है। आज भारत के लोगों में आत्मविश्वास और संकल्प है मंजिल तक पहुंचने का इरादा है, भारत में डवलपमेंट एक पीपुल्स मोमेंट बन रहा है। भारत अवसरों की धरती है, अब भारत अवसरों का इंतजार नहीं करता बल्कि निर्माण करता है। बीते 10 साल में भारत में हर सेक्टर में अवसरों का एक नया लॉन्चिंग पैड तैयार किया है। एक दशक में ही 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। यह इसलिए हुआ क्योंकि हमने पुरानी सोच बदली। हमने गरीब को ताकतवर बनाने पर फोकस किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 साल में करोड़ों लोगों को भारत में बिजली कनेक्शन मिला है, करोड़ों टॉयलेट मिला है ऐसे करोड़ों लोग अब क्वालिटी लाइफ मिला है, अब भारत के लोगों को सिर्फ रेल कनेक्टिविटी नहीं, हाई स्पीट कनेक्टिविटी चाहिए, भारत के हर शहर की अपेक्षा है कि उसके यहां मेट्रो चले, देश का हर नागरिक और गांव-शहर चाहता है कि उसके यहां बेस्ट सुविधा हो।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरे जीवन का एक हिस्सा ऐसा रहा जिसमें में कई साल तक देश में भटकता रहा. जहां खाना मिला, वहां खा लिया, जहां सोने के मिला वहां सो लिया। वह भी एक समय था जब मैंने कुछ और तय की थी लेकिन नियति ने मुझे राजनीति में पहुंचा दिया। कभी नहीं सोचा था कि एक दिन मुख्यमंत्री बनूंगा, जब बना तो सबसे ज्यादा समय तक रहने वाला सीएम बन गया। फिर लोगों ने प्रमोशन देकर पीएम बना दिया। लोगों ने बहुत भरोसे के साथ लोगों ने मुझे तीसरा टर्म सौंपा है। मैं तीन गुना दायित्व के साथ आगे बढ़ रहा हूं। आज भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है, भारत एनर्जी से भरा हुआ है। सपनों से भरा हुआ है. रोज नए कीर्तिमान और हर रोज नई खबर मिलती है। आज ही अच्छी खबर मिली है चेस ओलंपियाड में मेंस और वुमंस में भारत को गोल्ड मिला है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां कहा जाता है कि जो त्याग करते हैं वे ही भोग पाते हैं हम दूसरों का भला करके त्याग करके सुख पाते हैं, हम किसी भी देश में रहें। ये भावना नहीं बदलती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम जिस सोसायटी में रहते हैं वहां अधिक योगदान करते हैं। यहां आपने डॉक्टर्स, रिसर्चर, टेक औ साइंटिस्ट के रूप में जो परचम लहराया है वो इसी का प्रतीक है, अभी कुछ समय पहले ही तो यहां टी-20 क्रिकेट वर्ल्डकप हुआ था। यूएसए की टीम गजब खेली, उस टीम में यहां रह रहे भारतीयों का जो योगदान था वह दुनिया ने देखा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मां भारती ने हमें जो सिखाया है, वो हम कभी भी भूल नहीं सकते, हम जहां भी जाते हैं, सबको परिवार मानकर उनसे घुल मिल जाते हैं। डायवर्सिटी को समझना, इसे जीना उसे अपने जीवन में उतारना ये हमारे संस्कारों में हैं, हमारी रगों में हैं। हम उस देश के वासी हैं जहां सैकड़ों भाषाए हैं, सैकड़ों बोलियां हैं, दुनिया के सारे मत और पंथ हैं फिर भी हम एक और नेक बनकर आगे बढ़ रहे हैं. इस हॉल में कोई तमिल बोलता है कोई तेलुगु कोई मलयालम कोई कन्नड, कोई पंजाबी, कोई मराठी तो कोई गुजराती बोलता है। भाषा अनेक हैं, लेकिन भाव एक है। वो भाव है भारत माता की जय।
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों में हमेशा से आपके सामर्थ्य को समझता रहा हूं। जब मेरे पास कोई सरकारी पद नहीं था, तब भी समझता था और आज भी समझता हूं। आप सब मेरे लिए हमेशा से भारत के सबसे मजबूत ब्रांड एंबेसडर रहे हैं इसलिए मैं आप सभी को राष्ट्रदूत कहता हूं।