चार्ल्स ने लिखा, ‘हजारों वर्षों तक लाखों लोगों ने यह अनुभव किया है कि योग में उनके जीवन में सुधार लाने की क्षमता है। इससे न केवल व्यक्ति को लाभ मिलता है बल्कि इससे कीमती और महंगे स्वास्थ्य संसाधन अन्य के लिए संरक्षित होते हैं जब उन्हें उसकी सबसे अधिक जरूरत होती है।’
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पुत्र चार्ल्स ने और अधिक योग सत्रों के लिए अपना सहयोग व्यक्त किया क्योंकि उन्होंने कहा कि इसके न केवल जबर्दस्त सामाजिक लाभ हैं बल्कि इससे ‘अनुशासन, आत्मनिर्भरता और आत्म-देखभाल’ का भी निर्माण होता है। (भाषा)