Weather Update: दक्षिण-पश्चिम मानसून (Southwest monsoon) पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में कहर बरपा रहा है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में जोरदार बारिश हो रही है और भूस्खलन (landslides) भी जारी है। वहीं दिल्ली और उत्तरप्रदेश में अभी भी मानसून का इंतजार जारी है। इस बीच हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला के खनियारा और कुल्लू के सैंज में 5 जगह बादल फटने के एक दिन बाद राहत एवं बचाव अभियान जारी रहा। इस दौरान खनियारा में मनूणी खड्ड से 2 और शव बरामद किए गए, जबकि लापता चार लोगों का सुराग नहीं मिल पाया है। आईएमडी (IMD) ने अनेक राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार मानसून सक्रिय हो गया है और इसके अनुसार सप्ताहांत पर बादल छाएंगे और घनघोर आंधी व तूफान के साथ बारिश होगी। आईएमडी के अनुसार उत्तर भारत में मानसून के दस्तक देने के बाद पिछले कई दिनों से आसमान पर बादल छाए हुए हैं, लेकिन पूर्वानुमान के हिसाब से बारिश नहीं हो रही है।
आईएमडी के अनुसार बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा-पंजाब और दिल्ली-एनसीआर में मध्यम से भारी बारिश और आकाशीय बिजली जैसी घटनाएं होने की संभावना है। इधर पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भीषण बारिश, बादल फटने और लैंडस्लाइड जैसी घटनाओं से जनजीवन पर बुरा असर है। उधर दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर के राज्यों के साथ महाराष्ट्र और गुजरात में मानसूनी बारिश का दौर जारी रहने की चेतावनी है।ALSO READ: Weather Update : हिमाचल में भारी बारिश ने मचाई तबाही, 4 लोगों की मौत, केरल और MP में अलर्ट
दिल्ली-एनसीआर के मौसम में उतार-चढ़ाव : दिल्ली-एनसीआर के मौसम में फिर से उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। गुरुवार सुबह तेज धूप और उमस ने हालत खराब कर दी। हालांकि मौसम विभाग ने 27 जून को गरज चमक और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 28 जून से 2 जुलाई तक मौसम के अधिक सक्रिय रहने की संभावना है।
महाराष्ट्र और गुजरात में भारी बारिश का अलर्ट : आईएमडी ने महाराष्ट्र और गुजरात में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। हालांकि पहले से ही दोनों ही राज्यों के विभिन्न हिस्सों में तेज बारिश दर्ज की जा रही है। खासकर, मुंबई में अत्यधिक बारिश के कारण जलभराव की समस्या बीएमसी के लिए चिंता का सबब बनती जा रही है। इसके अलावा समुद्र में हाईटाइट की खतरा भी बना हुआ है।
उत्तरप्रदेश में मौसम का मिजाज नर्म होने लगा है। हालांकि, पूर्वानुमान के मुताबिक, बारिश नहीं हो रही है। मानसून की रफ्तार कम हुई है जिससे चिंताएं बढ़ गई हैं। हालांकि, मौसम विभाग ने राज्य के कुछ हिस्सों में अगले 5 दिन तक गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है।
देश के अन्य राज्यों का मौसम : राजस्थान के कई इलाकों में गरज के साथ हल्की से भारी बारिश दर्ज की जा रही है। जयपुर स्थित मौसम केंद्र के मुताबिक, अगले 24 घंटे के दौरान मध्यम बारिश और कहीं-कहीं भारी बारिश दर्ज की जाएगी। बिहार में मानसून के सक्रिय होने से बारिश की संभावनाएं प्रबल हैं। मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश के साथ वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश में मौसम का रुख खतरनाक हो चला है। कई जगह भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं।ALSO READ: Weather Update: 16 राज्यों में भारी बारिश, सूरत में 36 घंटे में 19 इंच पानी, राजस्थान में भी बाढ़ से हालात
बुधवार को राज्य के कांगड़ा और कुल्लू जिलों में बादल फटने से अचानक आयी बाढ़ में 10 लोग बह गए और 2 लोगों की मौत होने की खबर है। जम्मू-कश्मीर में बारिश का दौर जारी है। रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ी पर भूसख्लन से माता वैष्णोदेवी यात्रा मार्ग अवरुद्ध बाधित हो गयाजिससे भक्तों को खासी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
केरल में मानसूनी बारिश ने तेजी पकड़ी : केरल में मानसूनी बारिश ने तेजी पकड़ ली है। एर्नाकुलम, इडुक्की तथा त्रिशूर जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश से सड़कें जलमग्न हो गईं। आईएमडी ने 7 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है। आईएमडी ने कोल्लम, पथनमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिलों में ऑरेंज अलर्ट है। ऑरेंज अलर्ट का मतलब 11 सेंटीमीटर से 20 सेंटीमीटर तक की बहुत भारी बारिश होने का अनुमान होता है। वायनाड जिले में मुंडक्कई-चूरलमाला क्षेत्र में भारी बारिश के कारण चूरलमाला नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
चक्रवाती परिसंचरण बना : मानसून की उत्तरी सीमा नागौर, सीकर, भरतपुर, रामपुर, सोनीपत और बठिंडा से होकर गुजर रही है। उत्तर-पूर्व मध्यप्रदेश पर कम चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव में अगले 12 घंटों के दौरान उसी क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। उत्तर-पूर्व अरब सागर से दक्षिण गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र, विदर्भ और दक्षिण छत्तीसगढ़ से होते हुए उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है और यह समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किमी ऊपर तक फैली हुई है।ALSO READ: Weather Update: पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश का अलर्ट, जानिए कैसा है यूपी, बिहार का मौसम?
पिछले 24 घंटों में मौसम की गतिविधि : पिछले 24 घंटों के दौरान केरल, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और विदर्भ में मध्यम से भारी बारिश हुई। लक्षद्वीप, ओडिशा के कुछ हिस्सों, मध्यप्रदेश, गुजरात क्षेत्र, मणिपुर और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, कोंकण और गोवा, पंजाब के कुछ हिस्सों और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई। राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, रायलसीमा, लक्षद्वीप और पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश हुई।
आज शुक्रवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज शुक्रवार, 27 जून को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, गुजरात, पूर्वी राजस्थान, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश संभव है। सौराष्ट्र और कच्छ, तमिलनाडु और रायलसीमा में हल्की बारिश की संभावना है।(Photo courtesy: IMD)