अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ जीत दर्ज करने के महज एक दिन बाद ही सभी उम्र, धर्म एवं राष्ट्रीयताओं के लोग न्यूयार्क, शिकागो, फिलाडेल्फिया, बोस्टन, कैलिफोर्निया, कोलोराडो, सीएटल और अन्य शहरों के प्रमुख स्थानों पर इकट्ठा हुए और ट्रंप के खिलाफ प्रदर्शन किया।
बुधवार देर रात एक गनमैन ने डाउनटाउन सिएटल में भीड़ पर फायरिंग कर दी जिसमें पांच लोग घायल हो गए। इनमें से एक की हालत गंभीर है। यह फायरिंग ट्रंप की जीत के बाद विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों के नजदीक ही हुई है। हालांकि पुलिस ने इसे ट्रंप विरोधी हमला मानने से इनकार कर दिया है। फायरिंग के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया है।
न्यूयार्क में प्रदर्शनकारी फिफ्थ एवेन्यू की 14वें स्ट्रीट से करीब 40 स्ट्रीट तक चलकर गए, जहां ट्रम्प के प्रचार अभियान का मुख्यालय 'द ट्रंप टावर्स' स्थित है। प्रदर्शन के चलते टावर के आस पास की सड़कें पूरी तरह से बंद हो गई थीं।
युवा लातीनी केली लोपेज ने कहा कि ट्रंप अमेरिका के अगले राष्ट्रपति होने की बात स्पष्ट हो जाने के बाद सुबह से वह निराश थीं। उन्होंने कहा कि अपने समूचे अभियान में नस्लवाद, कट्टरता, फासिज्म और महिलाओं एवं अल्पसंख्यकों का अपमान करने वाला शख्स एक रात में बदल नहीं सकता और यह नहीं कह सकता कि वह सभी अमेरिकी लोगों के लिए काम करेगा।