न्यूयॉर्क। अमेरिका में वैज्ञानिकों ने ऐसे रोबोट विकसित किए हैं जो कि बच्चों की तरह बातों को सीखते हैं और उसी के अनुरूप काम भी करते हैं। पर अगर इनमें नई प्रोग्रामिंग शामिल कर दी जाए तो यह स्वयं ही फैसले लेने में भी सक्षम हो सकते हैं। यह काम कैलिफोर्निया की बर्कले स्थित यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कर दिखाया है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि जब वे इसमें एक नई प्रोग्रामिंग कर देंगे तो यह अपने आप फैसले लेने लायक हो जाएगा और यह किसी भी मिशन के तहत योजनाओं के अनुरूप काम भी करेगा। एक शोधकर्ता पीटर एबील का कहना है कि नई प्रोग्रामिंग को रोबोट में डालने के बाद उसने पहले से तय की गई बिना किसी सेटिंग के कपड़ों को हैंगर पर रख दिया। उसने खिलौने को भी असेम्बल कर दिखाया और पानी की बोतल का ढक्कन भी अपने आप ही बंद कर दिया और यह सारे काम उसने देखकर सीखे थे।
विदित हो कि इस रोबोट में लगा सॉफ्टवेयर रोबोट को नए-नए काम सीखने में मदद करता है। पहले पानी के अंदर किसी वाहन को जरूरी निर्देश देने के लिए स्वयं अव इंजीनियरों को अपनी देखरेख में काम करवाना पड़ता था। लेकिन मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के इंजीनियरों ने नई प्रोग्रामिंग विकसित कर रोबोट को इंसानों की तरह और उपयोगी बनाया गया है।
अब इसके उपयोग से घरेलू, ऑफिस संबंधी कामों से लेकर समुद्र की गहराई में अंडरवाटर रिसर्च के काम में भी इसे लगाया जाएगा। यह रोबोट किसी भी मिशन की योजना बनाने और उसका क्रियान्वयन करने में सक्षम होगा। यह खोज करने के काम में बहुत उपयोगी साबित होगा।