आईओएम के एशिया प्रशांत प्रवक्ता क्रिस लोम ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और सरकार का अनुमान था कि बांग्लादेश में एक लाख रोहिंग्या मुसलमान पहुंच सकते हैं, जबकि वहां पहले से छह लाख रोहिंग्या लोग रह रहे हैं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि किसी को इतने बड़े पैमाने पर पलायन की उम्मीद थी।