यह मुकदमा 19 मुस्लिम संगठनों के समूह बर्मा टास्क फोर्स और हिताय लिन ऊ नाम के एक रोहिंग्या मुस्लिम द्वारा दायर किया गया है, जिसमें श्री थेइन को इस अत्याचार का दोषी करार दिया गया है। संगठन ने कहा 'थेइन और उनके मंत्रियों की निगरानी में ही रोहिंग्या मुस्लिमों का नरसंहार हुआ। यह पूरी तरह से बर्बर और अमानवीय घटना है जिसके लिए दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।'