नॉक्सविले में स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ टेनिसी के भू-वैज्ञानिक लैरी टेलर ने कहा कि ये 30,000 छोटे-छोटे हीरे हैं और कोई एक बड़ा हीरा नहीं है, जो उत्साहित करने वाली चीज है। ऐसा लगता है कि ये तत्काल ही बने हैं।
उन्होंने कहा कि चट्टान में हीरे की सघनता पारंपरिक हीरे के अयस्क से लाखों गुना अधिक है, जो औसतन प्रति टन 1 से 6 कैरेट होता है। विज्ञान की खबरें देने वाली वेबसाइट ‘लाइव साइंस’ के अनुसार चट्टान में भरे हीरे एक मजबूत झुंड के रूप में हैं।