युद्धपोत ‘मोस्कवा’ डूबने के बाद भड़का रूस, कीव पर हमले तेज करने की धमकी
शुक्रवार, 15 अप्रैल 2022 (21:18 IST)
कीव। रूस के क्षेत्रों में यूक्रेन के कथित हमलों के जवाब में रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को यूक्रेन की राजधानी पर मिसाइल हमले तेज करने की बात कही। काला सागर में तैनात रूस के प्रमुख युद्धपोत मोस्कवा के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के बाद बृहस्पतिवार को उसके डूब जाने से रूस को करारा झटका लगा है और उसने यह चेतावनी दी है।
कीव पर हमले तेज करने की धमकी ऐसे वक्त आई है जब रूसी अधिकारियों ने यूक्रेन पर देश की सीमा से लगे ब्रयांस्क में करीब 100 आवासीय भवनों पर हवाई हमले शुरू करने और 7 लोगों को घायल करने का आरोप लगाया।
रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि कीव के राष्ट्रवादी शासन द्वारा रूस के क्षेत्र में कोई आतंकवादी हमला या घुसपैठ किए जाने के जवाब में कीव पर मिसाइल हमलों की संख्या और उनका स्तर तेज किया जाएगा। कीव में नए सिरे से बमबारी के बाद नागरिकों को फिर चेतावनी भरे सायरन सुनने को मिल सकते हैं जैसे रूस के हमलों के शुरुआती दिनों में सुनने को मिलते थे।
रूस के एक अन्य सीमावर्ती क्षेत्र के अधिकारियों ने भी बृहस्पतिवार को यूक्रेन की ओर से गोलाबारी की सूचना दी। हालांकि यूक्रेन के अधिकारियों ने रूस में लक्षित स्थानों पर हमले की पुष्टि नहीं की है और रूसी अधिकारियों की रिपोर्ट की भी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है।
रूस की राजधानी के नाम से प्रेरित युद्धपोत मोस्कवा बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने के बाद डूब गया। अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के अधिकारियों ने मोस्कवा में आग लगने के कारणों की पुष्टि नहीं की। युद्धपोत लंबी दूरी की 16 मिसाइलें ले जाने की क्षमता रखता था। जानकारों का कहना है कि युद्धपोत के डूबने से काला सागर में रूस की सैन्य क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
रूस की सांकेतिक हार : इसके अलावा, यह घटना पहले से ही एक बड़ी ऐतिहासिक भूल के रूप में देखे जाने वाले यूक्रेन युद्ध में रूस की प्रतिष्ठा के लिए बड़ा झटका भी है। वहीं, राजधानी कीव सहित देश के उत्तरी हिस्से से पीछे हटने के बाद रूस पूर्वी यूक्रेन पर हमले की तैयारियों में जुटा है। ऐसे में युद्धपोत का डूबना रूस के लिए बड़ी सांकेतिक हार माना जा रहा है।
रूस के राजधानी कीव पर कब्जा करने में विफल रहने और देश के पूर्व में हमले पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उत्तरी यूक्रेन से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के बाद कीव में जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। लेकिन अब नए सिरे से बमबारी शहर के निवासियों को मेट्रो स्टेशनों में शरण लेने और हवाई हमले के सायरन के बीच लौटने को मजबूर करेगी।
यूक्रेन का दावा : हालांकि, यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया है कि उनके सुरक्षाकर्मियों ने बृहस्पतिवार को एक महत्वपूर्ण रूसी युद्धपोत को मिसाइल हमला कर मार गिराया। अगर यह सच है तो यूक्रेन के लिए यह एक बड़ी जीत होगी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बृहस्पतिवार रात देश के नाम दिए वीडियो संबोधन में रूसी युद्धपोत के डूबने की घटना की ओर इशारा किया। जेलेंस्की ने यूक्रेन के लोगों से कहा कि उन्हें इस युद्ध में 50 दिन तक जीवित रहने पर काफी गर्व होना चाहिए, जबकि रूस ने उन्हें सिर्फ पांच दिन दिए थे।
तूफान में डूबा युद्धपोत : वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि युद्धपोत एक बंदरगाह पर ले जाते समय आए तूफान में डूब गया। मंत्रालय के मुताबिक, युद्धपोत पर आमतौर पर 500 नाविक तैनात होते हैं और इसके डूबने से पहले ही चालक दल के सभी सदस्यों को सुरक्षित उतार लिया गया था, जिसके बाद उस पर लगी आग पर भी काबू पा लिया गया था।
एक दिन पहले रूसी अधिकारियों ने यूक्रेनी सेना पर यूक्रेन की सीमा से लगे एक रूसी क्षेत्र में आवासीय भवनों पर हवाई हमले शुरू करने का आरोप लगाया था। रूसी अधिकारियों के मुताबिक इन हमलों में सात लोग घायल हो गए थे।
रूसी अधिकारियों के अनुसार, ब्रयांस्क क्षेत्र के क्लिमोवो गांव पर बृहस्पतिवार को हुए हमले में करीब 100 आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गए। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन के चेर्निहीव क्षेत्र में रूसी सेना ने यूक्रेन के एक एमआई-8 हेलीकॉप्टर को मार गिराया जो कथित तौर पर ब्रयांस्क क्षेत्र पर हमले में शामिल था। एक अन्य सीमावर्ती क्षेत्र बेलगोरोड के अधिकारियों ने भी बृहस्पतिवार को यूक्रेन द्वारा गोलाबारी की सूचना दी।