दक्षेस रिट्रीट भोज में सभी शाकाहारी व्यंजन

गुरुवार, 27 नवंबर 2014 (18:20 IST)
काठमांडू। दक्षेस शिखर सम्मेलन के रिट्रीट सत्र में जब सदस्य देशों के नेता सुकून भरे तथा अधिक अनौपचारिक वातावरण में धूलिखेल में मिले तो उनके भोजन के लिए पारंपरिक नेपाली थाली से लेकर गुजराती बासुंदी तक विभिन्न प्रकार के शाकाहारी व्यंजन उपलब्ध थे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत नेतागण गुरुवार को सुबह यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर धूलिखेल रिसार्ट पहुंचे और उन्होंने अनौपचारिक बातचीत की। ज्यादातर नेता शुकुनभरे मूड में थे।

सभी देशों एवं सरकारों के प्रमुख लंबा पीला स्कार्फ डाले हुए थे और उन्होंने सामूहिक रूप से फोटो खिंचवाई और हिमालय की ताजी हवा के बीच कुछ कुछ बातचीत करते दिखे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना नहीं पहुंच पाई क्योंकि उनकी तबीयत खराब थी।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामले सलाहकार एवं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीत समेत दक्षेस देशों के विदेश मंत्री भी रिट्रीट में मौजूद थे।

नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला ने यह भोज दिया। भोज की शुरूआत पालक, मौसमी सब्जियों एवं घर के बने पनीर के पकौड़े तथा हिमालयी मसाले से तैयार टमाटर के अजार से हुई।

मुख्य भोजन में नेपाली थाली, गोभी की कढ़ी, पनीर कढ़ी, मसालेदार मशरूम कढ़ी, मसूर कोफ्ता, आर्गेनिक भात एवं चपातियां आदि थीं। सलाद में विविधता एवं अनोखापन था। भोजन में आठ सदस्य देशों के मुख्य व्यंजनों को समेटन का प्रयास किया गया था। उसमें भारत की गुजराती बासुंदी से लेकर अफगानिस्तान के बकलावा तक था। उसमें बांग्लादेश की रसभरी तो पाकिस्तान का शाही टुकरा भी था।

शाकाहारी मोदी यहां ठहरने के दौरान कम मसाले और कम तेल वाले सामान्य भोजन करते रहे हैं। (भाषा)

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