सरकारी संवाद समिति इरना के मुताबिक, उन्होंने कहा, सऊदी सरकार आतंकवादी आंदोलनों और चरपंथियों का तो समर्थन करती है लेकिन घरेलू आलोचकों का उत्पीड़न एवं मृत्युदंड के माध्यम से विरोध करती है।
अंसारी ने कहा, शेख अल निम्र, जिनके पास अपने राजनीतिक एवं धार्मिक लक्ष्यों की दिशा में आगे बढ़ने के लिए अपनी आवाज के अलावा कोई साधन नहीं था, जैसी हस्ती को मृत्युदंड देना बस गैर जिम्मेदाराना एवं नासमझी को दर्शाता है। (भाषा)