टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि वह आकस्मिक चुनाव के लिए संसद के निचले सदन को गुरुवार को भंग कर देंगे। माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया के साथ उतार-चढ़ाव की स्थिति और देश की सामाजिक सुरक्षा प्रणाली को फिर से संतुलित करने के मद्देनजर जनादेश हासिल करने के लिए शायद यह निर्णय लिया गया है। आबे पिछले पांच वर्षों से सत्ता में हैं और वे अपनी छवि का फायदा उठाकर अगले महीने चुनाव कराने के मूड में हैं।
आबे ने देश की तेजी से वृद्ध होती आबादी और उत्तर कोरिया के साथ जापान के संबंधों का जिक्र करते हुए कहा, '' मैं एक मजबूत नेतृत्व का प्रदर्शन करूंगा और किसी भी राष्ट्रीय संकट का सामना करने के लिए अग्रिम मोर्चे पर रहूंगा। एक नेता होने के प्रति यह मेरी जिम्मेदारी है और प्रधानमंत्री के तौर पर मेरा यह मिशन है।
शिंजो आबे सरकार के महत्वपूर्ण घटक और कौमितो पार्टी के प्रमुख नात्सुवो यामागुची ने बताया कि जहां तक उनकी समझ है तो चुनाव 22 अक्टूबर को होंगे। आबे ने कहा कि हम जापान की सुरक्षा प्रणाली को बदल कर ऐसा स्वरूप देंगे जो सभी पीढ़ियों के लिए हितकर हो और इस समय देश की कामकाजी पीढ़ियों को बच्चों के पालन पोषण और तेजी से वृद्ध होती जा रही आबादी की देखभाल करने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षणों और परमाणु हथियार कार्यक्रमों से उत्पन्न तनाव की स्थिति से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया की धमकियों से नहीं झुकेंगे और चुनाव में प्राप्त जनादेश के बाद वे एक मजबूत कूटनीति का बनाएंगे। (वार्ता)