ब्रिटेन की एक नई रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। आतंकवाद रोधी विचार संस्था किलियम की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूरोपीय संघ की पुलिस एजेंसी यूरोपोल ने बेसहारा हो चुके बच्चों की अनुमानित संख्या 88,300 बताई है। ये सभी बच्चे लापता हैं और इनके कट्टर होने की आशंका है।
'किलियम' की वरिष्ठ अध्ययनकर्ता निकिता मलिक ने 'ऑब्जरवर' अखबार से कहा, 'अतिवादी समूह युवा शरणार्थियों को निशाना बना रहे हैं क्योंकि उन्हें आसानी से शिकार बनाकर लड़ाके बनाया जा सकता है और लड़कियों के मामले में लड़ाकों की नयी पीढ़ी तैयार की जा सकती है।'
गौरतलब है कि पिछले साल जॉर्डन के विशेष बल ने इर्बिड, उत्तरी जॉर्डन के नजदीक एक शरणार्थी शिविर के अंदर आईएस स्लीपर सेल को पकड़ा था। इन शरणार्थी शिवरों में भोजन पहुंचाने वाले लोगों के जरिये काफी पैसे देने की लालच में शरणार्थियों को आईएस में भर्ती करता था। (एजेंसी)