अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि कम सोने वाले चूहों में एस्ट्रोसाइट करीब 8 फीसदी सक्रिय पाया गया, वहीं बिलकुल नहीं सोने वाले चूहों में यह स्तर 13.50 प्रतिशत रहा। एस्ट्रोसाइट मस्तिष्क में अनावश्यक अंतरग्रंथियों को अलग करने का काम करता है। अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक कम अवधि में इस प्रक्रिया से लाभ मिल सकता है लेकिन लंबी अवधि के संदर्भ में यह अल्जाइमर और अन्य मस्तिष्क विकार के खतरे को बढ़ा देता है।