सोशल मीडिया लोगों को करता है दुखी...

गुरुवार, 22 जून 2017 (21:00 IST)
वॉशिंगटन। फेसबुक, टि्वटर और अन्य सोशल मीडिया यूजर्स खुद को अपने दोस्तों से कम खुश और कम लोकप्रिय मानते हैं। इसका पता एक शोध से चला है। इस अध्ययन में ट्वीट के डेटा का उपयोग किया गया है। यहां पारस्परिक फोलॉवर्स को 'फ्रेंड्स' कहा गया, जबकि ज्यादा कनेक्शन वाले लोगों को 'लोकप्रिय' माना गया।

शोध से पता चला है कि सोशल मीडिया पर ज्यादा कनेक्शन वाले लोग कम दोस्त वाले लोगों की अपेक्षा ज्यादा खुश रहते हैं। इस अध्ययन में ट्वीट के डेटा का उपयोग किया गया है। यहां पारस्परिक फोलॉवर्स को 'फ्रेंड्स' कहा गया जबकि ज्यादा कनेक्शन वाले लोगों को 'लोकप्रिय' माना गया।

अमेरिका के इंडियाना विश्वविद्यालय के जोहान बोलेन ने कहा, यह विश्लेषण उस सबूत में अपना योगदान देता है, जिसमें यह माना जा रहा है कि सोशल मीडिया उन यूजर्स के लिए नुकसानदेह हो सकता है जो इस माध्यम पर काफी समय व्यतीत करते हैं। यहां समय बिताने वाले लोगों के लिए यह लगभग असंभव है कि वह अपने दोस्तों की लोकप्रियता और खुशी से खुद की तुलना न करें।

यह अध्ययन फ्रेंडशिप पेराडॉक्स तथ्य पर आधारित है। इसके मुताबिक सोशल नेटवर्क पर ज्यादातर लोगों को अपने दोस्तों के औसतन कनेक्शन की अपेक्षा कम कनेक्शन होते हैं। इस बात का खुलासा करने वाला पहला अध्ययन है कि ज्यादा लोकप्रिय यूजर्स औसतन यूजर्स की अपेक्षा ज्यादा खुश भी होता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यूजर्स का सोशल सर्कल उसके खुश रहने पर भी प्रभाव डालता है।

बोलेन ने बताया कि खुशी लोकप्रियता से जुड़ा हुआ होता है और यही वजह है कि दोस्ती और लोकप्रियता में संबंध की वजह से सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग उतने ज्यादा खुश नहीं होते हैं, जितना उनके दोस्त रहते हैं।

अध्ययन करने के लिए शोधकर्ताओं ने सीधे तौर पर 48 लाख टि्वटर यूजर्स का चयन किया और इन समूह के लोगों का विश्लेषण किया। इसके बाद टीम ने उन यूजर्स पर ध्यान सीमित किया, जिनके पास नेटवर्क पर 15 या उससे अधिक दोस्त हैं।

शोध से पता चला कि इनमें से 58 फीसदी यूजर्स उतने खुश नहीं थे जितने औसतन उनके दोस्त थे। बोलेन ने बताया कि बड़ी संख्या में यूजर्स इस बात को महसूस करते हैं कि वे उतने लोकप्रिय नहीं हैं, जितने उनके दोस्त हैं। (भाषा)

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