इंडोनेशिया में माबा, मलाकु द्वीप पर लगभग तीन मिनट पर पूरा अंधेरा छाया रहा। अन्य जगहों पर लगभग दो मिनट पर अंधकार रहा। इंडोनेशिया में सूर्य ग्रहण देखने के लिए कई हजार विदेशी पर्यटक पहुंचे। तड़के तीन बजे से ही लोग मध्य जकार्ता स्थित पर्यवेक्षण केंद्र में पहुंचने लगे। पर्यवेक्षण केंद्र लोगों को सूर्यग्रहण देखने के लिए मुफ्त चश्मे दे रहा था।
सुमात्रा, बोर्नियो और सुलावासी से गुजरती 150 किलोमीटर चौड़ी पट्टी पर बुधवार को सुबह पूर्ण सूर्य ग्रहण का नजारा देखा गया। सूर्य ग्रहण लगभग चार घंटे का रहा। दक्षिणी उत्तरी चीन, दक्षिण पूर्व एशिया, हवाई, अलास्का और ऑस्ट्रेलिया में आंशिक सूर्य ग्रहण रहा, जबकि इंडोनेशिया और मध्य प्रशांत में पूर्ण सूर्य ग्रहण रहा।
पृथ्वी और सूर्य के बीच जब चंद्रमा गुजरता है तो सूर्य ग्रहण लगता है। ऐसा साल में दो बार होता है लेकिन पूर्ण सूर्य ग्रहण बहुत कम ही बार लगता है। अधिकतर सूर्य ग्रहण आंशिक होते हैं लेकिन जब चंद्रमा पृथ्वी के बहुत करीब होता है तब सूर्य पर पूरी तरह से ग्रहण लग जाता है और किरणों की मात्र एक पतली सी रिंग दिखाई देती है, जिसे ‘कोरोना’ कहा जाता है।