इंडोनेशिया में पूर्ण सूर्य ग्रहण को लगी बादलों की नजर

बुधवार, 9 मार्च 2016 (18:35 IST)
जकार्ता। इंडोनेशिया के पालेमबांग शहर में सुबह से पूर्ण सूर्य ग्रहण का नजारा देखने के लिए जमा हजारों लोगों को बुधवार को उस वक्त गहरी निराशा हुई जब बादलों ने ऐन मौके पर सूर्य को ढंककर उनसे यह मौका छीन लिया। इंडोनेशिया के मात्र इसी शहर से पूर्ण सूर्य ग्रहण को देखा जा सकता था।
 
इंडोनेशिया के लोगों को 33 साल बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण देखने मौका मिला था और अब अगला मौका उन्हें अगले 33 साल बाद ही मिलेगा। इंडोनेशिया में पिछली बार पूर्ण सूर्य ग्रहण 1983 में देखा गया था। 
 
सूर्य ग्रहण स्थानीय समयानुसार सुबह छह बजकर 19 मिनट पर शुरू हुआ। इस बार बादलों के छा जाने से सूर्य का 88 फीसदी हिस्सा ढंक गया और लोग शेष हिस्सा ही देख पाए। 
 
इंडोनेशिया में माबा, मलाकु द्वीप पर लगभग तीन मिनट पर पूरा अंधेरा छाया रहा। अन्य जगहों पर लगभग दो मिनट पर अंधकार रहा। इंडोनेशिया में सूर्य ग्रहण देखने के लिए कई हजार विदेशी पर्यटक पहुंचे। तड़के तीन बजे से ही लोग मध्य जकार्ता स्थित पर्यवेक्षण केंद्र में पहुंचने लगे। पर्यवेक्षण केंद्र लोगों को सूर्यग्रहण देखने के लिए मुफ्त चश्मे दे रहा था। 
 
हालांकि केंद्र ने 4000 चश्मों का वितरण किया लेकिन लोगों की संख्या इतनी अधिक थी कि अधिकतर को खुद ही सूर्य ग्रहण देखने का इंतजाम करना पड़ा। कुछ लोगों ने चिप्स के पैकेट के पीछे से तो कुछ ने अपने घर से लाए एक्स-रे शीट से सूर्य ग्रहण का नजारा देखा।
 
सुमात्रा, बोर्नियो और सुलावासी से गुजरती 150 किलोमीटर चौड़ी पट्टी पर बुधवार को सुबह पूर्ण सूर्य ग्रहण का नजारा देखा गया। सूर्य ग्रहण लगभग चार घंटे का रहा। दक्षिणी उत्तरी चीन, दक्षिण पूर्व एशिया, हवाई, अलास्का और ऑस्ट्रेलिया में आंशिक सूर्य ग्रहण रहा, जबकि इंडोनेशिया और मध्य प्रशांत में पूर्ण सूर्य ग्रहण रहा।
 
पृथ्वी और सूर्य के बीच जब चंद्रमा गुजरता है तो सूर्य ग्रहण लगता है। ऐसा साल में दो बार होता है लेकिन पूर्ण सूर्य ग्रहण बहुत कम ही बार लगता है। अधिकतर सूर्य ग्रहण आंशिक होते हैं लेकिन जब चंद्रमा पृथ्वी के बहुत करीब होता है तब सूर्य पर पूरी तरह से ग्रहण लग जाता है और किरणों की मात्र एक पतली सी रिंग दिखाई देती है, जिसे ‘कोरोना’ कहा जाता है। 
 
अंतिम पूर्ण सूर्य ग्रहण मार्च 2015 में दिखाई दिया था। नासा के अनुसार, अगला सूर्य ग्रहण अगस्त 2017 में लगेगा और उसे अमेरिका में देखा जा सकेगा। (वार्ता)

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