अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार, करीब 4.6 अरब वर्ष पहले हाइड्रोजन गैस और धूल से युक्त बादल की प्रक्रिया से सौर निहारिका अस्तित्व में आया था। अब अमेरिका के मेसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान (एमआईटी) के वैज्ञानिकों और उनके साथियों ने सौर निहारिका के नए जीवनकाल का आकलन किया है।
सौर निहारिका के करीब 4.6 अरब वर्ष पहले अस्तित्व में आने से जुड़ा आंकड़ा बहुत अधिक अहम है, क्योंकि पूर्व के अध्ययनों के मुताबिक निहारिका का जीवनकाल 10 लाख से लेकर 1 करोड़ वर्ष के बीच का माना जाता रहा है। इस अनुसंधान का प्रकाशन 'साइंस जर्नल' में हुआ है। (भाषा)