उन्होंने कहा, ‘मैं मानता हूं कि गोपनीयता हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण विषयों में से एक है। आज लोगों की इस बारे में यह चिंता सही है कि उनकी सूचनाओं का कैसे इस्तेमाल किया जा रहा है और उसे किन लोगों से साझा किया जा रहा है, अत: वे सभी अपने तरीके से गोपनीयता को परिभाषित कर रहे हैं।’
पिचाई ने कहा, ‘गोपनीयता को वास्तविक बनाने के लिए हम आपको आपकी सूचनाओं के संबंध में स्पष्ट और अर्थपूर्ण विकल्प देते हैं। गूगल दो नीतियों के बारे में स्पष्ट है, पहला कि गूगल कभी निजी सूचनाओं को किसी तीसरे पक्ष को नहीं बेचेगी और दूसरा आपको यह तय करने को मिलता है कि आपकी सूचनाओं का कैसे इस्तेमाल किया जाता है।’
उन्होंने कहा, ‘एक साझा डिवाइस से इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले परिवार के लिए गोपनीयता का मतलब एक-दूसरे से गोपनीयता भी हो सकती है। क्रेडिट कार्ड से भुगतान स्वीकार करना शुरू करने की इच्छा रखने वाले छोटे कारोबारियों के लिए गोपनीयता का मतलब उपभोक्ताओं की जानकारी सुरक्षित रखना हो सकता है। सेल्फी डालने वाले युवाओं के लिए गोपनीयता का मतलब भविष्य में तस्वीरें मिटाने से हो सकता है।’
उन्होंने माना कि गोपनीयता व्यक्तिगत है। इससे यह कंपनियों के लिए अधिक महत्वपूर्ण बना जाता है कि वह लोगों को उनसे संबंधित सूचनाओं के इस्तेमाल के बारे में अधिक स्पष्ट निजी विकल्प दें। उन्होंने कहा कि कानून बनाने से गूगल जैसी कंपनियों को विश्व भर में अधिक लोगों के लिए गोपनीयता संरक्षण सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने में मदद मिलेगी।
पिचाई ने कहा, ‘लेकिन हम इसके लिए इंतजार नहीं कर रहे हैं। हमारे पास अगुवाई करने की जिम्मेदारी है। हम यह उसी भावना से करेंगे जिससे हमने हमेशा काम किया है। हम ऐसा उन उत्पादों को पेश कर करेंगे जो गोपनीयता को हर किसी के लिए एक वास्तविकता बनाता हो।’