हालांकि, अमेरिकी नागरिकों, अफगान सहयोगियों और अन्य असैन्य नागरिकों को पूरी तरह से अफगानिस्तान से बाहर निकालने की समयसीमा को लेकर तालिबान से कोई अंतिम बातचीत नहीं हुई है।
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को आई रुकावट के बाद तालिबान नेताओं से जारी बातचीत के बीच अब फिर से विमानों के जरिए लोगों को निकालने का काम शुरू हो गया है। कुछ अमेरिकी सैनिक पहुंच चुके हैं जबकि कुछ रास्ते में हैं। आने वाले दिनों में 6000 से भी अधिक जवान हवाईअड्डे की सुरक्षा का जिम्मा संभाल लेंगे।
मान्यता नहीं देगा EU : यूरोपीय यूनियन (EU) की अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद उसे तत्काल मान्यता देने की योजना नहीं है। हालांकि, वह यूरोपीय नागरिकों और ईयू के साथ काम करने वाले अफगानों की सुरक्षित निकासी के लिए उससे बात करेगा।
बोरेल ने पत्रकारों से कहा, 'हमें काबुल में अधिकारियों के संपर्क में रहना है, फिर चाहे वे कोई भी हों। तालिबान युद्ध जीत चुका है। लिहाजा, हमें उनसे बात करनी होगी। इस वार्ता में विदेशी आतंकवादियों की वापसी को रोकने के तरीकों पर भी चर्चा की जाएगी। यह आधिकारिक मान्यता की बात नहीं है। यह तालिबान के साथ समझौते का मामला है।'
कनाडा भी नहीं देगा मान्यता : कनाडा के प्रधानमंत्री जुस्टिन ट्रूडो ने मंगलवार को कहा कि उनका देश तालिबान (रूस में प्रतिबंधित) को अफगानिस्तान की वैध सरकार के रूप में मान्यता देने पर विचार नहीं कर रहा है। ट्रूडो ने कहा कि तालिबान को अफगानिस्तान की सरकार के रूप में मान्यता देने की कोई योजना नहीं है और वह (तालिबान) कनाडा के कानून के तहत आतंकवादी समूह के रूप में घोषित है।