मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड सईद ने अपनी नजरबंदी से करीब 1 हफ्ते पहले संकेत दिए थे कि वह कश्मीर की आजादी की मुहिम तेज करने के लिए तहरीक आजादी जम्मू-कश्मीर शुरू कर सकता है। इससे पता लगता है कि सईद को सरकार की योजना की भनक थी और उसने पहले ही तय कर लिया था कि जमात उद दावा (जेयूडी) और फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) पर कार्रवाई के बाद दोबारा कैसे सामने आना है और किस तरह संगठन को बनाए रखना है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार समूह की गतिविधियों पर कार्रवाई के बावजूद सईद के नेटवर्क के स्वयंसेवकों ने शुक्रवार को एक बचाव अभियान में सक्रियता से हिस्सा लिया। पंजाब के ननकाना साहिब शहर के पास रावी नदी में करीब 100 यात्रियों से भरी एक नाव के पलटने के बाद बचाव अभियान चलाया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि विधि प्रवर्तन एजेंसियां सईद के नेटवर्क की गतिविधियों पर करीब से नजर रख रही हैं और उचित कार्रवाई की जाएगी।