उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को पारस्परिक सम्मान और समानता के सिद्धांत को बनाए रखना चाहिए और एक-दूसरे के मुख्य हितों और चिंताओं का सम्मान करना चाहिए। मतभेदों को निपटाने के लिए दोनों पक्षों को आम सहमति बनानी चाहिए, हालांकि इस बयान में सीधे तौर पर हांगकांग का जिक्र नहीं किया गया है।
इससे पहले बुधवार को ब्रिटेन के विदेश विभाग के कार्यालय ने बताया था कि एशिया और प्रशांत क्षेत्र के राज्यमंत्री मार्क फिल्ड ने लंदन में चीन के राजदूत लियू शिओमिंग से मुलाकात कर संयुक्त घोषणा पत्र पर ब्रिटेन की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा था कि संयुक्त राष्ट्र के साथ पंजीकृत यह घोषणापत्र जुलाई 2047 तक मान्य है जिसके परिणामस्वरूप, उन्होंने चीनी सरकार के बयान को स्वीकार नहीं किया कि यह केवल एक ऐतिहासिक दस्तावेज है। (वार्ता)