थेरेसा के प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका की शरणार्थियों और अप्रवासियों से संबंधित नीति अमेरिकी सरकार का मामला है और इसी प्रकार इस मामले में ब्रिटेन की नीति भी ब्रिटिश सरकार से संबंधित मामला है। प्रवक्ता ने कहा कि लेकिन हम इस प्रकार की नीति से सहमत नहीं हैं। उन्होंने इस नीति के कारण ब्रिटेन के नागरिकों पर पड़ने वाले प्रभाव का भी हवाला दिया।
कनाडा करेगा शरणार्थियों का स्वागत : कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि उनका देश ऐसे शरणार्थियों के स्वागत के लिए तैयार है जो आतंकवाद, युद्ध या किसी उत्पीड़न के शिकार है। ट्रुडो ने ट्वीट किया, 'अगर आप किसी उत्पीड़न का शिकार है या आतंकवाद और युद्ध के कारण अपने देश छोड़ने को मजबूर, तो कनाडा आपके धर्म की परवाह किये बिना आपका स्वागत करेगा। विविधता हमारी ताकत है।'
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने कुछ मुस्लिम बहुल वाले देशों से अमेरिका में आने वाले शरणार्थियों और अप्रवासियों की संख्या सीमित करने संबंधी एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। इस आदेश के तहत आतंकवादी हमलों से बचने का हवाला देते हुए सीरिया और छह अन्य मुस्लिम बहुल देशों से आ रहे शरणार्थियों को देश में प्रवेश करने पर चार महीने तक के लिए अस्थायी रोक लगा दी गई है।