साउथेम्पटन की तरफ जाने से पहले तस्वीरों में जहाज की पेंदी पर काले धब्बे हैं। यह वही जगह है, जहां बड़े हिमखंड से जहाज की टक्कर हुई थी जिससे इस थ्योरी को बल मिलता है। मोलॉनी ने 30 साल तक इस हादसे पर शोध किया है। 'द टाइम्स' ने मोलॉनी की इस बात को उद्धृत किया है।
मोलॉनी के वृत्तचित्र का नाम 'टाइटेनिक : द न्यू एविडेंस' है। इसका प्रसारण चैनल-4 पर किया जाएगा। उनके हवाले से कहा गया कि आधिकारिक 'टाइटेनिक' जांच में जहाज के डूबने को दैवीय कृत बताया गया था, लेकिन यह सिर्फ हिमखंड से टकराकर डूबने की कहानी नहीं है बल्कि इसमें आग, बर्फ और आपराधिक लापरवाही जैसे कारण भी शामिल हैं। (भाषा)