गौरतलब है कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में गत वर्ष हुए इस समझौते के तहत अमेरिका 1250 शरणार्थियों को दक्षिणी प्रशांत क्षेत्र में पापुआ न्यू गिनी और नौरु में विभिन्न शिविरों में बसाएगा। जबकि इस समझौते के तहत ऑस्ट्रेलिया इल सल्वाडोर, गौटेमाला और होंडुरास से आए शरणार्थियों को फिर से बसाएगा। ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद शरणार्थी समझौते को लेकर ऑस्ट्रेलिया के साथ संबंधों में खटास रही है। (वार्ता)